Jio क्लाउड कंप्यूटिंग: TCS, Wipro को पीछे छोड़ने की तैयारी

jio-cloud-computing

भारत के सबसे बड़े दूरसंचार ऑपरेटर, रिलायंस जियो, ने क्लाउड कंप्यूटिंग बाजार में प्रवेश करने की योजना की घोषणा की है। यह घोषणा भारतीय क्लाउड कंप्यूटिंग बाजार में एक बड़ा बदलाव ला सकती है।

Jio क्लाउड कंप्यूटिंग तीन प्रकार की सेवाएं प्रदान करेगा:

  1. IaaS (Infrastructure as a Service): यह सेवा उपयोगकर्ताओं को बुनियादी ढांचे के संसाधनों, जैसे सर्वर, स्टोरेज और नेटवर्किंग, को किराए पर लेने की अनुमति देगी।
  2. PaaS (Platform as a Service): यह सेवा उपयोगकर्ताओं को एप्लिकेशन डेवलपमेंट और होस्टिंग के लिए एक प्लेटफॉर्म प्रदान करेगी।
  3. SaaS (Software as a Service): यह सेवा उपयोगकर्ताओं को सॉफ़्टवेयर एप्लिकेशन को किराए पर लेने की अनुमति देगी।

Jio क्लाउड कंप्यूटिंग की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह किफायती होगी। पारंपरिक लैपटॉप के विपरीत, JioCloud लैपटॉप को इसके संचालन के लिए हार्डवेयर की आवश्यकता नहीं होगी। इसके बजाय, यह कंप्यूटिंग कार्यों को करने के लिए, स्थिर इंटरनेट कनेक्शन पर निर्भर होकर काम करेगा।

यह JioCloud लैपटॉप को मौजूदा लैपटॉप की तुलना में बहुत अधिक किफायती बना देगा। Jio का लक्ष्य अपने JioCloud लैपटॉप को 50,000 रुपये से कम की कीमत पर पेश करना है।

Jio क्लाउड कंप्यूटिंग के भारत के क्लाउड कंप्यूटिंग बाजार पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की संभावना है। यह बाजार पहले से ही तेजी से बढ़ रहा है, और Jio की एंट्री से इसकी वृद्धि और तेज होने की उम्मीद है।

निष्कर्ष:

Jio क्लाउड कंप्यूटिंग भारत के क्लाउड कंप्यूटिंग बाजार में एक बड़ा बदलाव ला सकती है। इसकी किफायती कीमत और नवीन तकनीक इसे छोटे व्यवसायों और उपभोक्ताओं के लिए एक आकर्षक विकल्प बना देगी।

Next Post Previous Post
No Comment
Add Comment
comment url